राजनाथ सिंह संक्षिप्त बायोग्राफी – भारतीय राजनीति में राजनाथ सिंह का नाम से अब हर कोई परिचित है। राजनाथ सिंह बीजेपी के कद्दावर और वरिष्ठ नेता हैं। बीजेपी पार्टी को आगे बढ़ाने में राजनाथ सिंह का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आज हम जानेंगे राजनाथ सिंह के संक्षिप्त बायोग्राफी के बारे में –
राजनाथ सिंह का पूरा नाम राजनाथ सिंह है। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के भाभौरा गांव में 10 जुलाई 1951 को हुआ था। वह पेशे से फिजिक्स विषय में लेक्चरर थे। वर्तमान में वे भारत के रक्षामंत्री हैं। इससे पहले राजनाथ सिंह भारत के गृहमंत्री भी रह चुके हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान इन पदों को काफी अच्छे से संभाला।
राजनाथ सिंह का जन्म एक राजपूत परिवार में हुआ जो कि एक किसान थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव से ही पूरी की। उच्च शिक्षा के लिए बाद में वे गोरखपुर आ गए और गोरखपुर यूनिवर्सिटी से फिजिक्स विषय में मास्टर डिग्री हासिल की। राजनाथ सिंह 13 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवी संघ से जुड़ गए थे और समय के साथ यह जुड़ाव बढ़ता चला गया।
राजनाथ सिंह बायोग्राफी और फैमिली के बारे में
इसके बाद राजनाथ सिंह संघ के सक्रिय कार्यकर्ता भी हुए और युवा वर्ग में कई गणमान्य पदों पर भी रहे। राजनाथ सिंह ने अपने जीवनकाल में पोस्ट ग्रैजुएट कॉलेज, मिर्जापुर में फिजिक्स के लेक्चरर के तौर पर भी अपनी सेवाएं दीं। राजनाथ सिंह के पिता का नाम श्री रामबदन सिंह था और माता का नाम श्रीमती गुजराती देवी था। राजनाथ सिंह की शादी हो चुकी है। वह विवाहित हैं और उनकी पत्नी का नाम सावित्री सिंह है। इसके अलावा राजनाथ सिंह के परिवार में उनके दो पुत्र और एक पुत्री है। बेटे का नाम पंकज सिंह और नीरज सिंह है और पुत्री का नाम अनामिका सिंह है।
राजनाथ सिंह बायोग्राफी और राजनीतिक सफर
राजनाथ सिंह का राजनीति में प्रवेश 1974 में औपचारिक तौर पर हुआ था। राजनाथ सिंह 1969 से लेकर 1971 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में ओर्गेनाइजेश्नल सेक्रेटरी रहे। बाद में वे 1972 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मिर्जापुर विभाग में जनरल सेक्रेटरी बनाए गए। उन्हें मिर्जापुर में भारतीय जनसंघ का सेक्रेटरी बनाया गया था। जब भारत में आपातकाल का समय चल रहा था, तब 1977 में हुए चुनावों में राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश से एमएलए निर्वाचित हुए थे।
1983 में राजनाथ सिंह बीजेपी के स्टेट सेक्रेटरी बने। साथ ही 1984 में उन्हें बीजेपी के यूथ विंग का स्टेट प्रेसिडेंट भी बनाया गया। 1986 में वह भारतीय जनता पार्टी के नेशनल जनरल सेक्रेट्री बने। उसके बाद 1988 में वह बीजेपी के नेशनल प्रेसिडेंट बनाए गए।
राजनाथ सिंह के राजनीतिक कैरियर की बात की जाए तो उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपने राजनीतिक करियर में उन्होंने अपने पदों का सही तरीके से इस्तेमाल किया और आगे बढ़ते रहे। 1988 में राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश विधानपरिषद के सदस्य बने। उसके अलावा 1991 और 1992 में उत्तर प्रदेश में वे शिक्षामंत्री के पद पर भी रहे। राजनाथ सिंह बीजेपी की जीत के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे। इसके बाद 1999 में यूनियन सर्फेस ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के तौर पर अटल बिहारी वाजपेयी सरकार की महत्वकांक्षी परियोजना – नेशनल हाइवे डेवेलपमेंट प्रोग्राम को शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1994 से 1999 तक राजनाथ सिंह राजसभा के सदस्य रहे। 1994 के बाद साल 2000 के अक्टूबर महीने के 28 तारीख को वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी बने। 2003 में फिर से राज्यसभा के सदस्य राजनाथ सिंह चुने गए। इसके बाद 2005 को राजनाथ सिंह को भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया। अपने इस कार्यकाल के दौरान उन्होंने पार्टी को देश के कोने-कोने तक पहुंचाया। उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी का विशेष विकास हुआ। अब भारतीय जनता पार्टी देशभर में लोगों के बीच लोकप्रिय हो चुकी थी।
16 मई 2009 को लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह गाजियाबाद सीट से जीतकर सांसद बने। 1914 में लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता तक पहुंचाने में राजनाथ सिंह की विशेष भूमिका रही। उसके बाद भारतीय जनता पार्टी की सरकार में 26 मई 2014 को राजनाथ सिंह देश के गृहमंत्री बनाए गए। वर्तमान में राजनाथ सिंह देश के रक्षामंत्री हैं। अपने इस कार्यकाल के दौरान भी राजनाथ सिंह ने रक्षा क्षेत्र में नए प्रयोग किए और भारतीय सेना के आधुनिकीकरण में विशेष भूमिका निभा रहे हैं।