दीये में फूल बनने के बाद भी नहीं बन रहा है कोई काम तो हो सकता है यह कारण!

कई लोग होते हैं जिनके दीये में फूल तो बनता है लेकिन कोई कार्य नहीं बन पाता है, इसका क्या अर्थ है? यदि दीये में फूल बनता है तो इसका अर्थ है कि हमारे इष्टदेव, पितृ देवता हमारी पूजा को स्वीकार कर रहे हैं।

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दीये में फूल बनने का संकेत
दीये में फूल बनने का संकेत

कई लोग होते हैं जिनके दीये में फूल तो बनता है लेकिन कोई कार्य नहीं बन पाता है, इसका क्या अर्थ है? यदि दीये में फूल बनता है तो इसका अर्थ है कि हमारे इष्टदेव, पितृ देवता हमारी पूजा को स्वीकार कर रहे हैं। इसका अर्थ होता है कि हमारी पूजा सही चल रही है। दीये में फूल बनने का अर्थ होता है कि जिस भी इष्टदेव या पितृ देवता के लिए हमने दीपक लगाया है, वह हमारी पूजा को स्वीकार कर रहे हैं।

लेकिन इसके बाद भी कई लोग दुखी रहते हैं। कई लोगों का कहना होता है कि उनके दीये में फूल तो बन रहा है लेकिन कोई काम नहीं बन रहा है। हमारे इष्टदेव और जो भी देवी-देवता जिनके निमित्त हम दीपक लगा रहे हैं, अगर वह हमारी पूजा को स्वीकार कर रहे हैं तो हम इतने परेशान क्यों हैं? हमारे काम अटके हुए क्यों हैं? हमारा कार्य पूर्ण क्यों नहीं होता है? हमारे दीपक में तो फूल बन रहा है परंतु हमारे कार्य सिद्ध नहीं हो रहे हैं। हमारे घर में धन नहीं आ रहा है। हम धन से परेशान हैं। कोई बच्चों के विवाह से परेशान हैं तो कोई बच्चों की पढ़ाई से परेशान है।

आपके कुलदेवी या कुलदेवता हो सकते हैं नाराज

ऐसे में इसका क्या कारण हो सकता है? ऐसा क्या कारण होता है कि दीये में फूल तो बन रहा है और ईश्वर पूजा को स्वीकार भी कर रहे हैं लेकिन कोई कार्य नहीं बन रहा है। यदि आपके साथ भी ऐसा होता है कि आपकी पूजा के दीपक में फूल बनता है लेकिन आपका कार्य सफल नहीं होता है तो इसका अर्थ है कि आपकी कुलदेवी या कुलदेवता आपके नाराज हैं।

कुलदेवी और कुलदेवता नाराज होते हैं तो आपके कोई भी कार्य नहीं बन सकते। अगर आपकी कुलदेवी और कुलदेवता आपसे नाराज हैं तो भगवान चाहकर भी आपको कुछ नहीं दे सकते हैं। अगर वह आपके दरवाजे पर खड़े होकर भी आपको देना चाहते हैं तो भी वह नहीं दे सकते, क्योंकि कुलदेवी और कुलदेवता में इतनी शक्ति होती है कि वह आपके विकास और आपकी उन्नति को रोक सकते हैं।

अगर आप अपने पितृ को नहीं मानते हैं उन्हें पानी नहीं देते हैं या आप नियमित रूप से कुलदेवी और कुलदेवता की पूजा नहीं करते हैं तो वे आपके घरों में उत्पात मचा देते हैं। ऐसे में यदि आपके दीये में फूल बन रहा है तो वह आपको संकेत के माध्यम से बता रहे हैं कि हम प्रसन्न हैं और आपके दीपक में भी फूल बन रहा है। जब आपकी पूजा का स्तर ऊंचा हो जाता है तो यह नियमित रूप से आपके साथ होने लगता है।

यदि आपके दीये में फूल बन रहा है तो यह संकेत होता है कि वह भी आपके समक्ष और आपके समीप ही बैठे हैं। कई बार ऐसा होता है कि जब पूजा करते हैं तो छोटी से छोटी भूल भी हमसे हो जाती है और हमें पता नहीं चलता है। पूजा में भूल होने पर भी वह तुरंत संकेतों के माध्यम से बता देते हैं कि आज आपके पूजा में कोई भूल हुई है। ऐसे में हो सकता है कि उस दिन आपके दीये में फूल नहीं बने।