बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हें महात्मा गांधी की पत्नी (Mahatma Gandhi Wife) का नाम नहीं पता है। बता दें कि गांधीजी सत्याग्रही बनने से पहले एक वकील थे। उन्होंने अपना धर्म और काम देश की सेवा में लगा दिया। गांधीजी के बारे में बहुत सारे पत्र-पत्रिकाओं में लिखा गया है। लेकिन ज्यादातर लोग उनकी पत्नी (Mahatma Gandhi Wife) के बारे में नहीं जानते हैं। इंटरनेट पर कई लोगों द्वारा महात्मा गांधी की पत्नी (Mahatma Gandhi Wife) को लेकर सवाल किए जाते हैं।
महात्मा गांधी की पत्नी का नाम
महात्मा गांधी की पत्नी का नाम कस्तूरबा गांधी था। कस्तूरबा गांधी का जन्म 11 अप्रैल 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। हालांकि कस्तूरबा गांधी का असली नाम कस्तूरबाई माखनजी कपाड़िया था। कस्तूरबा गांधी के पिता का नाम गोकुलदास और माता का नाम व्रजकुंवर था। कस्तूरबा गांधी के दो भाई भी थे। उनके पिता का अफ्रीका और मिडिल-ईस्ट के देशों में बहुत बड़ा व्यापार था। यह भी पढ़ें- सोनिया गांधी संक्षिप्त बायोग्राफी – Sonia Gandhi Short Biography
मोहनदास करमचंद गांधी और कस्तूरबा गांधी (Mahatma Gandhi Wife) की 7 साल की उम्र में ही सगाई हो गई थी। उसके बाद जब कस्तूरबा गांधी 13 साल की हुई थी तब उनकी गांधी जी के साथ 1882 में शादी कर दी गई। अपने विवाह से लेकर अंतिम समय तक कस्तूरबा गांधी महात्मा गांधी के साथ रही। दोनों ने अपने शादीशुदा जिंदगी को पूरी शिद्दत के साथ निभाया और 62 वर्ष तक एक दूसरे के साथ रहे।
गांधी जी की पत्नी (Mahatma Gandhi Wife) कस्तूरबा गांधी के बारे में कहा जाता है कि वह एक साहसी महिला थी और उनका व्यक्तित्व स्वतंत्रत था। वह एक ऐसी महिला थी जो अपने उच्च नैतिक मानदंडों के ऊपर चलती थी। बहुत सारे इतिहासकारों का मानना है कि शादी के बाद शुरुआती सालों में जब गांधीजी ने उनके ऊपर अपना प्रभुत्व जमाने की कोशिश की तो उन्होंने इसका विरोध किया। यह भी पढ़ें- लालू यादव की संक्षिप्त जीवनी – Lalu Prasad Yadav Short Biography
कस्तूरबा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में गांधी जी के द्वारा शुरू किए गए रंगभेद नीति के खिलाफ आंदोलन में अपने पति का पूरा साथ दिया था। उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को हर हाल में निभाया और उसे पूरा किया। कस्तूरबा गांधी जब दक्षिण अफ्रीका में रहती थी तो उन्होंने अपने सारे गहने दान कर दिए थे और गांधी जी के साथ एक सादा जीवन व्यतीत कर रही थीं। हर समय और हर पल उन्होंने अपने पति महात्मा गांधी का साथ दिया।
कस्तूरबा गांधी को बच्चों से काफी प्रेम और स्नेह था। बाद में धीरे-धीरे लोगों ने उन्हें प्यार और आदर से बा यानी मां कहकर पुकारने लगे। इसके बाद से ही कस्तूरबाई को कस्तूरबा के नाम से जाना जाने लगा। बाद में उन्हें कस्तूरबा गांधी के रूप में लोगों ने काफी पसंद किया। 1914 में कस्तूरबा गांधी गांधी जी के साथ भारत लौट आई। वह एक आश्रम में रहती थी और उस आश्रम में सभी प्रकार की व्यवस्था हो, इस बात का वह पूरा ध्यान रखती थी।
महात्मा गांधी की पत्नी (Mahatma Gandhi Wife) कस्तूरबा गांधी ने 22 फरवरी 1944 को अपनी आखिरी सांस ली। उन्होंने आगा खां महल के डिटेंशन कैंप में अपना देह त्याग दिया। उस समय गांधी जी वहां मौजूद थे। उनका अंतिम संस्कार भी आगा खां महल में ही 23 फरवरी 1944 को किया गया। यह भी पढ़ें- अटल बिहारी वाजपेयी की पत्नी का नाम क्या था? जानिये वास्तविक सच!